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Friday, October 6, 2017

क्या आपको सचमुच रावण जैसा भाई चाहिए?

एक संदेश वर्षों से फॉरवर्ड हो रहा है जिसमें कुछ स्त्रियों को रावण जैसा भाई चाहिए । *मेरा दावा है कि जिन स्त्रियों ने रामायण का अध्ययन किया है वे सपने में भी रावण जैसा भाई नहीं चाहेंगी ।* आइए देखें रावण का वास्तविक चरित्र ।

1. रावण वही व्यक्ति था जिसने अपनी बहन शूर्पनखा के पति विद्युत झीव का वध किया था । तब सूर्पणंखा ने अपने ही भाई को श्राप दिया कि, तेरे सर्वनाश का कारण मै बनूंगी..!! *ऐसा था रावण और शूपर्णखा का प्रेम* । श्रीराम पर आक्रमण उसने शूर्पनखा के मुख से माता सीता के सौंदर्य का वर्णन सुनकर वासना के वशीभूत होकर किया ।
2. एक गरीब ब्राह्मणी, “वेदवती” के रूप से प्रभावित होकर जब रावण उसे बालों से घसीट कर ले जाने लगा तो वेदवती ने आत्मदाह कर लिया..और वो उसे श्राप दे गई कि तेरा विनाश एक स्त्री के कारण ही होगा..!!! वास्तविक कथाओं के अनुसार रावण एक बलात्कारी था ।
3. रावण ने अनेक ऋषिमुनियों का वध किया, अनेक यज्ञ ध्वंस किये, ना जाने कितनी स्त्रियों का अपहरण किया..यहां तक कि स्वर्ग लोक(कुछ विद्वानों के अनुसार हिमाचल)की अप्सरा “रंभा” को भी नहीं छोड़ा..!!*
4. कोई कहता है कि रावण अजेय था...
जी नहीं.. श्री राम के अलावा उसे राजा बलि, वानरराज बाली , महिष्मति के राजा कार्तविर्य अर्जुन और स्वयं भगवान शिव ने भी हराया था..!!
5. अपनी बहन के परपुरूष को भोगने के लिए उसका समर्थन करना एक अच्छे भाई का चिह्न कैसे हुआ ?
6. यदि रावण सचमुच वीर था तो श्रीराम और लक्ष्मण जी को धोखे से दूसरी ओर भेजकर माता सीता का अपहरण क्यों किया ।
7. एक ओर महाझूठ कि रावण से माता सीता को कभी स्पर्श नहीं किया । क्या रावण ने उनका अपहरण बिना स्पर्श किये किया । वैसे भी रावण ने स्वयं महापार्श्व को अपने पिछले कुकर्मों के कारण दिए गए ब्रह्माजी के श्राप के कारण स्वयं को बलात्कार में असमर्थ बताया, जिसके कारण वह सीता माता के साथ कुछ गलत करने में असमर्थ था । अपनी इसी नपुंसकता के कारण वह कुछ गलत नहीं कर सका, किसी सदाचार के कारण नहीं ।

जहाँ तक माता सीता के वन जाने का प्रश्न है तो अधिकतर विद्वान रामायण के उत्तर कांड को बाद में जोड़ा हुआ मानते हैं जिसमे माता सीता के वन जाने का वर्णन है, अर्थात् इस प्रसंग के होने को ही गलत मानते हैं । यदि आप इसे न भी मानें तो भी रावण के ऊपर लिखे महादोष रामायण में स्पष्ट लिखे हैं जिसकी अनुसार रावण अपनी बहन के पति का हत्यारा, एक बलात्कारी, एक अत्याचारी, एक कायर और एक भगोड़ा था । क्या बहनें ऐसा भाई चाहेंगी ? जय श्री राम । दशहरे की हार्दिक शुभ कामनाएं ।

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